आपकी जन्मकुंडली में तो नहीं है कोई दोष, कब आएगी राहु की महादशा, अगर आप के कुंडली में राहु महादशा का साया है तो उससे निकलने के उपाय यहाँ से प्राप्त करें |

राहु की महादशा का समय:

राहु मूलतः छाया ग्रह है, फिर भी उसे एक पूर्ण ग्रह के समान ही माना जाता है। यूं तो इसका अपना कोई अस्तित्व नहीं होता, लेकिन ज्योतिष शास्त्र में इसे शनि ग्रह से भी अधिक हानिकारक माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि हर व्यक्ति के जीवन में एक बार राहु की महादशा जरूर आती है। यह महादशा एक या दो नहीं बल्कि पूरे 18 वर्ष चलती है। इस अवधि में राहु से प्रभावित व्यक्ति को अपमान और बदनामी का सामना भी करना पड़ सकता है।

राहु की महादशा में शादी:

राहु-केतु के अकेले पहले भाव में होने से ऐसी शादी के निभने में घरवालों द्वारा ही परेशानी खड़ी की जा सकती है। यह संभावना हो सकती हैं कि लंबे समय तक जीवनसाथी से दूर रहना पड़े।शादी ही नहीं, राहु तलाक के योग भी बनाता है| राहु के माया जहां व्यक्ति को इंटरकास्ट (गैर जाति में) मैरिज के लिए उकसाता है वहीं यह राहु तलाक भी करवा सकता है।

राहु के महादशा के उपाय

ज्योतिष शास्त्र में राहु महादशा के लालकिताब उपाय बहत लावदायक है|

  • चलते दरिया में ( बहते हुए पानी ) राहु के बस्तुओं को बहाये
  • गंगा स्नान करें
  • काले कुत्तों को खिलाये अथबा उससे खाना खिलाये
  • अंधे लोगों के सहाय बने
  • मांस-मछली सरब अदि मादक द्रब्य का ज़बान ना करें
  • भ्रस्टाचार से सदैब दूर रहे
  • निर्धन ब्यक्ति की आर्थिक रूप में सहायता करें
  • लोहे का छाला अथबा कड़ा पहन ने लावदायक रहेगा